उद्धार के मार्ग के लिए सभी जातियां सिय्योन की ओर

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यीशु ने कहा, “तुम पवित्रशास्त्र में ढूंढ़ते हो, क्योंकि समझते हो कि उसमें अनन्त जीवन तुम्हें मिलता है; और यह वही है जो मेरी गवाही देता है”(यूह 5:39)। यह संदेश है कि अनन्त जीवन प्राप्त करने के लिए, हमें परमेश्वर से मिलना चाहिए जो इस पृथ्वी पर शरीर में आते हैं।

प्रत्येक चर्च अनन्त जीवन प्रदान नहीं करता; इसके बजाय, जहां परमेश्वर निवास करते हैं वहां अनन्त जीवन की आशीष दी जाती है। पराक्रमी परमेश्वर हमारे साथ सिय्योन में रहते हैं, वह नगर जो परमेश्वर के नियत पर्वों को मनाता है(भज 33:20-21)। साप्ताहिक पर्व सब्त और तीन बार में सात पर्व- फसह का पर्व, अखमीरी रोटी का पर्व, प्रथम फल का पर्व, सप्ताहों का पर्व, नरसिंगों का पर्व, प्रायश्चित्त का दिन और झोपड़ियों का पर्व। ये सिय्योन को दिया गया अनन्त जीवन का सत्य हैं(लैव 23)। उनमें से, फसह वह दिन है जब यीशु ने रोटी और दाखमधु को “मांस और लहू” कहते हुए दिया, और वादा किया, “यदि तुम इसमें से खाओगे, तो अनन्त जीवन पाओगे।” चूंकि आप फसह का पर्व मनाने के द्वारा परमेश्वर की सन्तान के रूप में उनके साथ एक हो गए हैं, इसलिए जब विपत्ति आप पर आएगी, तब वह आपके भीतर परमेश्वर के मांस और लहू को देखकर आपके ऊपर से पार हो जाएगी। परमेश्वर ने कहा, “तू मेरा है; आग तुझे न जला सकेगी, और जल तुझे न डुबा सकेगा”(यश 43:1-3)।

विपत्ति लाने का कारण यह है कि लोगों ने परमेश्वर के वचन को त्याग दिया है। उद्धार प्राप्त करने के लिए, मनुष्य को परमेश्वर के वचन का पालन करना चाहिए, जो जीवन का मार्ग दिखाते हैं और जीवन प्रदान करते हैं। कुछ लोग कहते हैं कि फसह मिटा दिया गया, लेकिन परमेश्वर ने अपने लोगों को इसे सदा की विधि ठहराकर मनाने की आज्ञा दी है(निर्ग 12:11-14)। वह फसह था जिसे यीशु ने क्रूस पर मरने से पहले अपनी अंतिम इच्छा के रूप में छोड़ा(1कुर 5:7-8; लूक 22:15)।

यीशु अपने पहले आगमन पर नई वाचा के फसह के अद्भुत सत्य के साथ आए, जो हमें अनन्त परमेश्वर के पवित्र शरीर में सहभागी होकर अनन्त जीवन पाने की सामर्थ्य देता है। और वह इस युग में फसह के साथ फिर से आए। हमें मसीह आन सांग होंग की घोषणा करनी चाहिए जो नई वाचा का फसह लेकर आए हैं, ताकि लोग उन पर विश्वास करें। यशायाह 2:2-3 में लिखा है, “हर जाति के लोग जीवन का मार्ग सीखने के लिए सिय्योन की ओर, यरूशलेम की ओर चलेंगे।” जैसा कि यह वचन कहता है, सभी जातियां कबूतरों के समान उड़ते हुए कोरिया की ओर आ रहे हैं। अनन्त जीवन के वचनों को सुनने के अकाल से लोग निराशा में तब तक संघर्ष करते रहे जब तक कि परमेश्वर कोरिया से, जो पूर्व में पृथ्वी के छोर पर है, फसह नहीं लाए। अब, परमेश्वर और उनके उद्धार के अनुग्रह को ढूंढ़ते हुए, बहुत से लोग यह कहते हुए आ रहे हैं, “मैं तो जा रहा हूं”(आम 8:11; जक 8:20-23)।

नूह के समय में, परमेश्वर ने कहा, “जहाज में प्रवेश करो,” और अब बाइबल कहती है, “विपत्ति आने से पहले सिय्योन की ओर भागो”(यिर्म 4:5-6)। सिय्योन उद्धार का सबसे सुरक्षित जहाज है। हमें परमेश्वर को ढूंढ़ना चाहिए जो सिय्योन में निवास करते हैं। सिय्योन में, परमेश्वर आन सांग होंग के नाम के साथ नई वाचा के फसह को लेकर आते हैं और मृत्यु को नष्ट करते हैं। हमने उस परमेश्वर की प्रतीक्षा की जो अनन्त जीवन का सत्य लेकर आते हैं, और परमेश्वर ने फसह को, जो बाइबल में छिपा हुआ जीवन का सत्य है, सिय्योन में प्रकट किया(यश 25:6-9)। हम कितने धन्य हैं!

आइए हम बहुत से लोगों को सिय्योन की आशीषों का प्रचार करके उद्धार के मार्ग पर ले आएं। जीवन एक क्षणिक धुंध और भोर की ओस की तरह है, लेकिन जब तक हम इस संसार में रहते हैं, हमें उद्धार की तैयारी करते हुए परमेश्वर पर विश्वास करना चाहिए। यदि हम इसका प्रचार न करें, तो इस उद्धार के अद्भुत सुसमाचार को कौन सुन सकेगा? और वे सिय्योन में कैसे प्रवेश करेंगे? यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें परमेश्वर की ओर से जगृत करें। चाहे वे आएं या न आएं, यह उनके विचारों पर निर्भर करता है, लेकिन हमें अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करना चाहिए। परमेश्वर ने कहा, “उनके पांव क्या ही सुहावने हैं जो शुभ समाचार लाते हैं”(यहेज 3:17; रो 10:13-15)।

इसलिए परमेश्वर स्वर्ग से खोई हुई संतानों को ढूंढ़ने आए, और स्वर्ग जाने से पहले हम से अपनी आज्ञा, उद्धार के इस समाचार का प्रचार करने को कहा, जो जीवन का वह बहुमूल्य वचन अर्थात् नई वाचा का फसह है, जिसका प्रचार परमेश्वर पर्वों के नगर सिय्योन से करते हैं, और जिससे हम विपत्तियों से रक्षा पाते हैं और जिससे हमें अनन्त जीवन मिलता है। आइए हम अपने कार्यस्थलों पर कर्मचारियों को, अपने स्कूलों में छात्रों को, अपने सेना के ठिकानों में सैनिकों को, अपने पड़ोस में गृहिणियों को परमेश्वर के प्रेम के संदेश को परिश्रमपूर्वक फैलाते हुए सिय्योन और उद्धार की ओर लोगों की अगुवाई करें। ऐसा करने के द्वारा, मैं आशा करती हूं कि आप परमेश्वर की संतानों के रूप में बहुत प्रेम और प्रतिफल प्राप्त करें।