स्वर्ग के राज्य को विरासत में पाने के लिए संपूर्ण शर्तें क्या हैं? अब्राहम के परिवार का इतिहास

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जब अब्राहम सौ वर्ष का था, तब पिता परमेश्वर की प्रतिज्ञा के अनुसार अब्राहम और सारा के लिए बहुमूल्य पुत्र, इसहाक का जन्म हुआ। उसी के द्वारा प्रतिज्ञा पूरी हुई और इसहाक इस्राएलियों का पूर्वज बना। अब्राहम के आज्ञापालन की कहानी, जिसमें पिता परमेश्वर ने इसहाक को होमबलि के रूप में अर्पित करने की आज्ञा दी थी, बहुतों के लिए सुप्रसिद्ध है। बाद में, इसहाक ने रिबका से विवाह किया और याकूब के पिता बने, जिससे इस्राएल के बारह गोत्र उत्पन्न हुए।

इसहाक, जो अब्राहम के पुत्र और याकूब के पिता के रूप में प्रसिद्ध है, के जीवन में एक महत्वपूर्ण भविष्यवाणी छिपी है, जिसके बारे में बहुतों को नहीं पता। यह भविष्यवाणी परमेश्वर के वारिस के बारे में है जो स्वर्ग के राज्य के वारिस होंगे।

अब्राहम का वारिस परमेश्वर के वारिस को दर्शाता है

बाइबल उन संतों को जो बचाए जाएंगे, “इसहाक के समान प्रतिज्ञा की सन्तान” के रूप में वर्णित करती है।

हे भाइयो, हम इसहाक के समान प्रतिज्ञा की सन्तान हैं। गल 4:28

विभिन्न व्यक्तियों में से संतों की तुलना अक्सर इसहाक से क्यों की गई है? चूंकि इसहाक अब्राहम का पुत्र और वारिस था, इसलिए इस प्रश्न का उत्तर पाने के लिए हमें बाइबल में अब्राहम की विरासत के इतिहास और अर्थ की जांच करनी होगी। पहले, आइए हम धनी मनुष्य और लाजर का दृष्टान्त देखें जो यीशु ने हमें बताया।

“एक धनवान मनुष्य था जो बैंजनी कपड़े और मलमल पहिनता और प्रतिदिन सुख–विलास और धूम–धाम के साथ रहता था। लाजर नाम का एक कंगाल घावों से भरा हुआ उसकी डेवढ़ी पर छोड़ दिया जाता था, और वह चाहता था कि धनवान की मेज पर की जूठन से अपना पेट भरे; यहां तक कि कुत्ते भी आकर उसके घावों को चाटते थे। ऐसा हुआ कि वह कंगाल मर गया, और स्वर्गदूतों ने उसे लेकर अब्राहम की गोद में पहुंचाया। वह धनवान भी मरा और गाड़ा गया, और अधोलोक में उसने पीड़ा में पड़े हुए अपनी आंखें उठाईं, और दूर से अब्राहम की गोद में लाजर को देखा। तब उसने पुकार कर कहा, ‘हे पिता अब्राहम, मुझ पर दया करके लाजर को भेज दे, ताकि वह अपनी उंगली का सिरा पानी में भिगोकर मेरी जीभ को ठंडी करे, क्योंकि मैं इस ज्वाला में तड़प रहा हूं।’ ” लूक 16:19-24

जब लाजर मर गया, स्वर्गदूतों ने उसे अब्राहम की गोद में पहुंचाया। यदि हम बचाए जाएंगे और स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करेंगे, हम किसकी गोद में पहुंचाए जाएंगे? वह परमेश्वर की गोद है। स्वर्ग में केवल परमेश्वर को ही “पिता” कहा जा सकता है, लेकिन यहां अब्राहम को “पिता” कहा गया। इससे हम समझ सकते हैं कि बाइबल में अब्राहम परमेश्वर को दर्शाता है।

इसलिए, अब्राहम का वारिस परमेश्वर के वारिस को दर्शाता है जो स्वर्ग के राज्य का वारिस होगा(गल 3:29)। अब्राहम के परिवार का इतिहास केवल एक व्यक्ति के परिवार का इतिहास नहीं, लेकिन यह भविष्यवाणी है जो स्वर्गीय उत्तराधिकार पाने की शर्तों को दिखाती है।

अब्राहम का वारिस होने के लिए 3 उम्मीदवार: एलीएजेर, इश्माएल और इसहाक

अब्राहम के वारिस को निर्धारित करने की प्रक्रिया में, तीन उम्मीदवार थे जो अब्राहम के वारिस हो सकते थे। पहला दास एलीएजेर, दूसरा इश्माएल और तीसरा इसहाक था। शुरू में, चूंकि अब्राहम का कोई पुत्र नहीं था, इसलिए उसने अपने दास एलीएजेर को अपना वारिस बनाना चाहा।

अब्राम ने कहा, “हे प्रभु यहोवा, मैं तो निर्वंश हूं, और मेरे घर का वारिस यह दमिश्कवासी एलीएजेर होगा, अत: तू मुझे क्या देगा?”… तब यहोवा का यह वचन उसके पास पहुंचा, “यह तेरा वारिस न होगा, तेरा जो निज पुत्र होगा, वही तेरा वारिस होगा।” उत 15:2-4

परमेश्वर ने कहा कि एलीएजेर अब्राहम का वारिस न होगा, परन्तु उसका जो निज पुत्र होगा, वही उसका वारिस होगा। इसलिए एलीएजेर जो अब्राहम का दास था उसका वारिस नहीं हो सका। आइए हम इश्माएल के बारे में देखें जो दूसरा उम्मीदवार था।

हाजिरा को अब्राम के द्वारा एक पुत्र हुआ; और अब्राम ने अपने पुत्र का नाम, जिसे हाजिरा ने जन्म दिया था, इश्माएल रखा। जब हाजिरा ने अब्राम के द्वारा इश्माएल को जन्म दिया उस समय अब्राम छियासी वर्ष का था। उत 16:15-16

हाजिरा, अब्राहम की पत्नी सारा की दासी थी(उत 16:1)। अब्राहम से इश्माएल का जन्म हुआ, लेकिन उसकी माता एक दासी थी। अब्राहम ने इश्माएल को जो उसका निज पुत्र था, अपनी संपत्ति देनी चाही। लेकिन, परमेश्वर ने इश्माएल को भी खारिज कर दिया।

और अब्राहम ने परमेश्वर से कहा, “इश्माएल तेरी दृष्टि में बना रहे! यही बहुत है।” तब परमेश्वर ने कहा, “निश्चय तेरी पत्नी सारा के तुझ से एक पुत्र उत्पन्न होगा; और तू उसका नाम इसहाक रखना; और मैं उसके साथ ऐसी वाचा बांधूंगा जो उसके पश्चात् उसके वंश के लिये युग–युग की वाचा होगी।” उत 17:18-19

इश्माएल अब्राहम से उत्पन्न हुआ था, फिर भी वह काफी नहीं था। परमेश्वर ने कहा कि वह जो वारिस होगा, उसे निश्चय सारा के द्वारा जन्म लेना चाहिए। और उन्होंने इसहाक को अब्राहम के वारिस के रूप में चुना, जिसका जन्म सारा से हुआ था। इश्माएल को निकाल दिया गया और इसहाक ने अब्राहम की सारी संपत्ति विरासत में प्राप्त की(उत 21:8-14)।

इसहाक के वारिस बनने का निर्णायक कारण

तीन उम्मीदवारों में से, आखिरकार इसहाक अब्राहम का वारिस बना। इसका कारण क्या है? आइए हम रेखाचित्र के द्वारा जानें।

पिता(स्वतंत्र पुरुष) माता(स्वतंत्र स्त्री) परिणाम
एलीएजेर × × ×
इश्माएल × ×
इसहाक

सबसे पहले, आइए हम एलीएजेर के बारे में सोचें। उसके पिता स्वतंत्र पुरुष अब्राहम नहीं थे, और उसकी माता स्वतंत्र स्त्री सारा नहीं थी। इसलिए वह वारिस नहीं बन सका। दूसरा, इश्माएल स्वतंत्र पुरुष अब्राहम से उत्पन्न हुआ, परन्तु उसकी माता दासी थी, वह भी वारिस नहीं बन सका। इसहाक स्वतंत्र पुरुष अब्राहम और स्वतंत्र स्त्री सारा से उत्पन्न हुआ, इसलिए वह अब्राहम की संपत्ति का उत्तराधिकार प्राप्त कर सका।

उस समय जेठे पुत्र को जन्मसिद्ध अधिकार दिया जाता था। यदि पिता के वंशक्रम के द्वारा वारिस को चुना गया होता, तो इश्माएल वारिस हुआ होता जो बड़ा बेटा था। लेकिन इसहाक को वारिस के रूप में चुना गया। यह दिखाता है कि वारिस को चुनने के लिए माता का वंशक्रम ही निर्णायक कारक है।

अब्राहम के परिवार के इतिहास में निहित भविष्यवाणी

अब्राहम के परिवार का इतिहास सिर्फ एक बीता हुआ इतिहास नहीं है, पर यह एक भविष्यवाणी है जो दिखाती है कि हम कैसे स्वर्ग के राज्य में प्रवेश कर सकते हैं। जैसे कि हमने शुरू में पढ़ा, अब्राहम स्वर्गीय पिता को दर्शाता है, और अब्राहम का वारिस परमेश्वर के वारिस को दर्शाता है। फिर, अब्राहम के परिवार के इतिहास में निहित भविष्यवाणी कब और कैसे पूरी होगी? यह “आनेवाली बातों की छाया” के रूप में दो बार पूरी होती है(इब्र 10:1; सभ 3:15)।

भविष्यवाणी की पहली पूर्ति

पहला, यह तब पूरा हुआ जब यीशु इस पृथ्वी पर आए और नई वाचा की स्थापना की।

यह लिखा है कि अब्राहम के दो पुत्र हुए; एक दासी से और एक स्वतंत्र स्त्री से… इन बातों में दृष्टान्त है : ये स्त्रियां मानो दो वाचाएं हैं, एक तो सीनै पहाड़ की जिससे दास ही उत्पन्न होते हैं; और वह हाजिरा है। और हाजिरा मानो अरब का सीनै पहाड़ है, और आधुनिक यरूशलेम उसके तुल्य है, क्योंकि वह अपने बालकों समेत दासत्व में है। पर ऊपर की यरूशलेम स्वतंत्र है, और वह हमारी माता है। गल 4:24-26

हाजिरा पुरानी वाचा को दर्शाती है, जो मूसा के द्वारा सीनै पर्वत पर दी गई थी, और सारा नई वाचा को दर्शाती है, जो यीशु के द्वारा स्थापित की गई थी। उस समय, जिन लोगों ने यहूदियों की तरह पुरानी वाचा का पालन किया, वे परमेश्वर के वारिस नहीं हो सके। इसके विपरीत, वे संत जिन्होंने नई वाचा का पालन किया, वे परमेश्वर के वारिस बन गए। जिस प्रकार दासी हाजिरा का पुत्र, इश्माएल, उन लोगों को दर्शाता है जिन्होंने पुरानी वाचा का पालन किया, उसी प्रकार जिन संतों ने यीशु पर विश्वास किया और नई वाचा को अपनाया, वे स्वतंत्र स्त्री सारा के पुत्र, इसहाक के समान थे।

भविष्यवाणी की दूसरी पूर्ति

यह भविष्यवाणी केवल पहली बार घटित होने पर ही पूरी नहीं होती, बल्कि अंतिम युग में यीशु के दूसरे आगमन के समय में फिर से पूरी होगी। बाइबल भविष्यवाणी करती है कि अंत के दिनों में यीशु मानवजाति के उद्धार के लिए फिर से आएंगे(इब्र 9:28), लेकिन वह अकेले नहीं आएंगे; इसके बजाय, वह अपनी दुल्हिन के साथ प्रकट होंगे।

आत्मा और दुल्हिन दोनों कहती हैं, “आ!” और सुननेवाला भी कहे, “आ!” जो प्यासा हो वह आए, और जो कोई चाहे वह जीवन का जल सेंतमेंत ले। प्रक 22:17

पवित्र आत्मा दूसरी बार आने वाले यीशु को दर्शाता है। तब, दुल्हिन कौन है?

फिर जिन सात स्वर्गदूतों के पास सात अन्तिम विपत्तियों से भरे हुए सात कटोरे थे, उनमें से एक मेरे पास आया, और मेरे साथ बातें करके कहा, “इधर आ, मैं तुझे दुल्हिन अर्थात् मेम्ने की पत्नी दिखाऊंगा।”… और पवित्र नगर यरूशलेम को स्वर्ग से परमेश्वर के पास से उतरते दिखाया। प्रक 21:9-10

दुल्हिन अर्थात् मेमने की पत्नी स्वर्गीय यरूशलेम है। बाइबल में, जिसे स्वर्गीय यरूशलेम के रूप में दर्शाया गया है, वह हमारी स्वर्गीय माता हैं।

पर ऊपर की यरूशलेम स्वतंत्र है, और वह हमारी माता है। गल 4:26

इसलिए, दुल्हिन जो जीवन का जल अर्थात् अनन्त जीवन की आशीष देती है, वह स्वतंत्र स्वर्गीय माता, यानी माता परमेश्वर को दर्शाती है। इसका अर्थ यह है कि उस युग में जब पवित्र आत्मा और दुल्हिन प्रकट होते हैं, केवल पिता परमेश्वर पर विश्वास करने से कोई परमेश्वर के राज्य का वारिस नहीं बन सकता। जिस प्रकार अब्राहम और सारा के पुत्र, इसहाक को अब्राहम की संपत्ति विरासत में मिली, उसी प्रकार जो लोग पिता परमेश्वर और माता परमेश्वर दोनों पर विश्वास करते हैं, वे परमेश्वर के राज्य के उत्तराधिकारी बनते हैं(लूक 16:22-24; गल 4:26)।

“इसहाक के समान प्रतिज्ञा की सन्तान”

इस युग में, स्वर्ग के राज्य का उत्तराधिकार पाने के लिए हमें स्वतंत्र स्त्री, स्वर्गीय माता की संतान होना चाहिए। इसलिए बाइबल गवाही देती है कि हम इसहाक के समान प्रतिज्ञा की संतान हैं।

हे भाइयो, हम इसहाक के समान प्रतिज्ञा की सन्तान हैं। गल 4:28

इसहाक ने अपनी माता के द्वारा, जो स्वतंत्र स्त्री थी, अब्राहम की संपत्ति का उत्तराधिकार प्राप्त किया। उसी तरह, नए नियम के समय में, संत स्वर्गीय माता के द्वारा परमेश्वर की विरासत प्राप्त करते हैं। स्वर्गीय माता की संतान बने बिना, हम परमेश्वर के वारिस नहीं बन सकते।

परन्तु पवित्रशास्त्र क्या कहता है? “दासी और उसके पुत्र को निकाल दे, क्योंकि दासी का पुत्र स्वतंत्र स्त्री के पुत्र के साथ उत्तराधिकारी नहीं होगा।” इसलिये हे भाइयो, हम दासी के नहीं परन्तु स्वतंत्र स्त्री की सन्तान हैं। गल 4:30-31

हाजिरा का पुत्र, इश्माएल, अब्राहम का वारिस नहीं बन सका और वह अब्राहम के परिवार से निकाल दिया गया। बाइबल स्पष्ट रूप से कहती है कि अंतिम युग में भी, “दासी का पुत्र” विरासत में हिस्सा नहीं लेगा। इसलिए, पवित्र आत्मा और दुल्हिन के युग में, यदि हम केवल पिता परमेश्वर को स्वीकार करें और माता परमेश्वर का इनकार करें, तो हम इश्माएल के समान होंगे और स्वर्ग के राज्य को पाने में असमर्थ होंगे। आइए हम माता परमेश्वर को ग्रहण करें और सचमुच “इसहाक के समान प्रतिज्ञा की सन्तान” बनें, और इस प्रकार अनन्त स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करें।