परमेश्वर केवल एक हैं। हम कैसे कह सकते हैं कि दो परमेश्वर हैं?

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बहुत से लोग सोचते हैं कि केवल एक ही परमेश्वर हैं। चूंकि बाइबल अक्सर परमेश्वर को एक के रूप में वर्णित करती है, इसलिए यह मानना स्वाभाविक है कि केवल पिता परमेश्वर ही हैं।

क्योंकि परमेश्वर एक ही है… 1तीम 2:5

… (परमेश्वर) जो परमधन्य और एकमात्र अधिपति है… 1तीम 6:15

यह सच है कि ये वचन दिखाते हैं कि परमेश्वर एक हैं; लेकिन, हम इससे यह निष्कर्ष नहीं निकाल सकते कि केवल एक ही परमेश्वर हैं। सामान्य मान्यताओं के विपरीत, बाइबल पिता परमेश्वर के साथ-साथ माता परमेश्वर के बारे में भी गवाही देती है।

परमेश्वर के “हम” कहने का कारण

यीशु की शिक्षाओं के अनुसार, बहुत से ईसाई परमेश्वर को “पिता” कहते हैं(मत 6:9)। यदि केवल पिता परमेश्वर ही हैं, तो इसका मतलब है कि उन्हें हमेशा एकवचन रूप में व्यक्त किया जाना चाहिए। हालांकि उत्पत्ति 1 में परमेश्वर को बहुवचन रूप में व्यक्त किया गया है।

फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार अपनी समानता में बनाएं…” उत 1:26

परमेश्वर को एकवचन के बजाय बहुवचन रूप में क्यों व्यक्त किया गया है? यदि केवल एक ही परमेश्वर होते, तो उन्हें यह कहना चाहिए था, “मैं मनुष्य को मेरे स्वरूप के अनुसार मेरी समानता में बनाऊंगा।” परमेश्वर ने स्पष्ट रूप से “हम” कहा जो बहुवचन है। इसका मतलब है कि एक से अधिक परमेश्वर होने चाहिए।

एक मनुष्य आदम के माध्यम से एक परमेश्वर का अर्थ समझना

परमेश्वर को सही तरह से समझने के लिए, हमें आदम और हव्वा के बारे में सोचने की आवश्यकता है। आदम और हव्वा परमेश्वर के स्वरूप और समानता में सृजे गए। दूसरे शब्दों में, वे परमेश्वर के मूल स्वरूप का प्रतिरूप हैं।

आदम और हव्वा दो अलग-अलग व्यक्तियों के रूप में मौजूद हैं। लेकिन, बाइबल कभी-कभी आदम और हव्वा को एक व्यक्ति के रूप में वर्णित करती है।

इसलिये जैसा एक मनुष्य के द्वारा पाप जगत में आया… तौभी आदम से लेकर मूसा तक मृत्यु ने उन लोगों पर भी राज्य किया… जब एक मनुष्य के अपराध से बहुत लोग मरे… रो 5:12-15

यहां, “एक मनुष्य का अपराध” आदम के पाप को संकेत करता है। वास्तव में, वह हव्वा थी जिसने पहले पाप किया था(उत 3:6)। इसलिए इसे इस तरह लिखा जाना चाहिए था, “एक स्त्री, हव्वा का अपराध,” या “आदम और हव्वा, दो लोगों का अपराध।” लेकिन, बाइबल कहती है कि यह एक मनुष्य, आदम का अपराध था। ऐसा इसलिए है क्योंकि आदम और हव्वा को एक माना जाता है। हव्वा की सृष्टि की प्रक्रिया आदम से अलग थी, जो मिट्टी से बनाया गया था। हव्वा को आदम की पसली से बनाया गया था। इस वजह से, बाइबल कहती है कि आदम और हव्वा एक देह बन गए।

और यहोवा परमेश्वर ने उस पसली को जो उसने आदम में से निकाली थी, स्त्री बना दिया… इस कारण पुरुष अपने माता–पिता को छोड़कर अपनी पत्नी से मिला रहेगा, और वे एक ही तन बने रहेंगे। उत 2:22-24

बाइबल में, उस कार्य के बारे में जो आदम और हव्वा ने साथ में किया, यह कहा गया है कि आदम ने उसे अकेले किया। उसी प्रकार, पिता परमेश्वर के बारे में भी ऐसा वर्णन किया जा सकता है कि उन्होंने अकेले ही सभी कार्य किया। लेकिन, जिन परमेश्वर ने कहा “हम”, वे पिता परमेश्वर और माता परमेश्वर हैं(उत 1:26-27)। जैसे आदम और हव्वा को एक मनुष्य आदम के रूप में वर्णित किया जा सकता है, वैसे ही पिता परमेश्वर और माता परमेश्वर को भी एक परमेश्वर के रूप में वर्णित किया जा सकता है। इसलिए बाइबल कहती है कि परमेश्वर, पिता परमेश्वर और माता परमेश्वर दोनों के रूप में मौजूद हैं, लेकिन परमेश्वर को “एकमात्र अधिपति” के रूप में भी वर्णित करती है।

“एकमात्र” शब्द का अर्थ यह नहीं है कि पिता परमेश्वर ही एकमात्र परमेश्वर हैं। क्योंकि परमेश्वर ने “हम” कहा, इसलिए परमेश्वर पिता परमेश्वर और माता परमेश्वर के रूप में मौजूद हैं।