क्या बाइबल में ‘यीशु की पत्नी’ है?

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अमेरिकी लेखक डैन ब्राउन द्वारा लिखित और 2003 में प्रकाशित रहस्य उपन्यास “द दा विंची कोड” ने यह कथा प्रस्तुत करके विवाद खड़ा कर दिया कि मरियम मगदलीनी यीशु की पत्नी थी। यह पूरी तरह से काल्पनिक है; दो हजार साल पहले, बाइबल में ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं था जो यह संकेत करता हो कि यीशु की एक वास्तविक पत्नी थी। यीशु की पत्नी के बारे में भविष्यवाणी प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में पाई जा सकती है।

“आओ, हम आनन्दित और मगन हों, और उसकी स्तुति करें, क्योंकि मेम्ने का विवाह आ पहुंचा है, और उसकी दुल्हिन ने अपने आप को तैयार कर लिया है। उसको शुद्ध और चमकदार महीन मलमल पहिनने का अधिकार दिया गया”– क्योंकि उस महीन मलमल का अर्थ पवित्र लोगों के धर्म के काम है। तब स्वर्गदूत ने मुझ से कहा, “यह लिख, कि धन्य वे हैं, जो मेम्ने के विवाह के भोज में बुलाए गए हैं।” प्रक 19:7-9

भविष्यवाणी मेमने के विवाह भोज की भविष्य की घटना के बारे में बात करती है, जहां दुल्हिन मेमने के साथ जो दूल्हा है, प्रकट होती है। बाइबल में, “मेमना” शब्द के विभिन्न अर्थ हैं: भेड़ का बच्चा, परमेश्वर के पवित्र लोग, या यीशु(निर्ग 12:21; यूह 21:15; 1:29)। इन तीन अर्थों में से, स्वर्गीय विवाह भोज में मेमना यीशु को दर्शाता है; चूंकि उनकी पत्नी है, इसलिए वह दूसरी बार आने वाले यीशु हैं। इस मामले में, दूसरी बार आने वाले यीशु की पत्नी कौन है, जो उनके साथ प्रकट होती है? मेमने के विवाह भोज में आशीषित और आमंत्रित किए जाने के लिए, न केवल दूल्हे को, जो दूसरी बार आने वाले यीशु हैं, बल्कि दुल्हिन, अर्थात् यीशु की पत्नी को भी सही तरह से पहचानना अनिवार्य है।

यीशु की पत्नी किसे दर्शाती है?

कुछ लोग कहते हैं कि प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में वर्णित यीशु की पत्नी चर्च या परमेश्वर के लोगों को दर्शाती है, क्योंकि बाइबल में परमेश्वर के लोगों को मसीह की पत्नी के रूप में दर्शाया गया है।

हे पत्नियो, अपने अपने पति के ऐसे अधीन रहो जैसे प्रभु के। क्योंकि पति पत्नी का सिर है जैसे कि मसीह कलीसिया का सिर है… हे पतियो, अपनी अपनी पत्नी से प्रेम रखो जैसा मसीह ने भी कलीसिया से प्रेम करके अपने आप को उसके लिये दे दिया। इफ 5:22-25

क्योंकि मैं तुम्हारे विषय में ईश्वरीय धुन लगाए रहता हूं, इसलिये कि मैं ने एक ही पुरुष से तुम्हारी बात लगाई है कि तुम्हें पवित्र कुंवारी के समान मसीह को सौंप दूं। 2कुर 11:2

प्रेरित पौलुस ने मसीह और चर्च(परमेश्वर के लोगों) के बीच संबंध की तुलना पति और पत्नी के संबंध से की। परमेश्वर ने आदम की पसली से हव्वा को बनाया और उन्हें एक कर दिया, ताकि मसीह और उनके लोगों के बीच प्रेम को प्रकट किया जा सके(1कुर 6:16-17)।

हालांकि, जैसे मेमने के रूप में परमेश्वर के लोगों की तुलना करने वाले पद के आधार पर यह दावा नहीं किया जा सकता कि विवाह भोज में मेमना परमेश्वर के लोग है, वैसे ही प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में भविष्यवाणी की गई मसीह की पत्नी को ऊपर वर्णित आयतों के कारण केवल चर्च या परमेश्वर के लोगों के रूप में मानना उचित नहीं है।

प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में, मेमने की पत्नी स्वर्गीय विवाह भोज में दुल्हिन के रूप में अतिथियों को आमंत्रित करती है। वह आमंत्रण प्राप्त करने वाले अतिथियों से अलग है। स्वर्गीय विवाह में अतिथि परमेश्वर के लोग हैं। यीशु ने एक विवाह भोज के बारे में जो दृष्टांत बताया, उसमें उन्होंने यह नहीं कहा कि परमेश्वर के लोग दुल्हिन हैं, बल्कि कहा कि वे अतिथि हैं। उन्होंने अपने चेलों की तुलना विवाह में आए अतिथियों से की थी(मत 22:1-4; मर 2:19-20)। यदि प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में यीशु की पत्नी, दुल्हिन, परमेश्वर के लोगों को दर्शाती है, तो यह समझाने का कोई तरीका नहीं है कि “आमंत्रित लोग” के रूप में वर्णित अतिथि कौन हैं।

इसलिए, अतिथि परमेश्वर के लोग हैं जो स्वर्गीय विवाह भोज में भाग लेते हैं और आशीष प्राप्त करते हैं; और दुल्हिन, अर्थात् यीशु की पत्नी, उद्धारकर्ता हैं, जो उन लोगों को आशीष देने के लिए आमंत्रित करती हैं।

बाइबल में भविष्यवाणी की गई यीशु की पत्नी माता परमेश्वर हैं

यूहन्ना ने ‘यीशु की पत्नी’ के भविष्य में प्रकट होने के बारे में निम्नलिखित बातें दर्ज कीं।

फिर जिन सात स्वर्गदूतों के पास सात अन्तिम विपत्तियों से भरे हुए सात कटोरे थे, उनमें से एक मेरे पास आया, और मेरे साथ बातें करके कहा, “इधर आ, मैं तुझे दुल्हिन अर्थात् मेम्ने की पत्नी दिखाऊंगा।” तब वह मुझे आत्मा में एक बड़े और ऊंचे पहाड़ पर ले गया, और पवित्र नगर यरूशलेम को स्वर्ग से परमेश्वर के पास से उतरते दिखाया। प्रक 21:9-10

स्वर्गदूत, जिसने यूहन्ना को मेमने की पत्नी, दुल्हिन, दिखाने का वादा किया, उसने स्वर्ग से उतरते हुए स्वर्गीय यरूशलेम को दिखाया। लेकिन, गलातियों की पुस्तक में लिखा है कि स्वर्गीय यरूशलेम परमेश्वर के लोग नहीं, बल्कि उनकी माता हैं।

पर ऊपर की यरूशलेम स्वतंत्र है, और वह हमारी माता है। गल 4:26

यहां “हमारी” परमेश्वर के उन लोगों को दर्शाता है जो बचाए जाएंगे, और स्वर्गीय यरूशलेम की गवाही उनकी “माता” के रूप में दी गई है। मसीह की पत्नी, दुल्हिन, कोई और नहीं बल्कि माता परमेश्वर हैं। तब, दूसरी बार आने वाले मसीह, मेमना कौन हैं, जिनकी दुल्हिन माता परमेश्वर हैं? जिनकी पत्नी माता परमेश्वर हैं, वह कोई और नहीं बल्कि पिता परमेश्वर हैं। अंत के दिनों में, पिता परमेश्वर, जो दूसरी बार आने वाले यीशु हैं, और माता परमेश्वर उनकी दुल्हिन के रूप में प्रकट होती हैं और परमेश्वर के लोगों को स्वर्गीय विवाह भोज में आमंत्रित करते हैं।

माता परमेश्वर का प्रकट होना

उद्देश्य

स्वर्गीय विवाह भोज में आमंत्रित किया जाना और उसमें सम्मिलित होना यह दर्शाता है कि परमेश्वर के लोग अतिथियों के रूप में अनंत जीवन प्राप्त करके स्वर्ग में प्रवेश करेंगे। यह घटना मेमने और उसकी पत्नी के प्रकट होने से शुरू होती है। परिणामस्वरूप, प्रकाशितवाक्य की पुस्तक, जो मेमने की पत्नी की तैयारी और विवाह भोज के आयोजन का वर्णन करती है, एक ऐसी भविष्यवाणी है जो हमें बताती है कि यीशु की पत्नी, माता परमेश्वर प्रकट होंगी और हमें अनन्त जीवन देंगी।

परमेश्वर ने अदन की वाटिका में आदम और हव्वा के द्वारा इन घटनाओं की भविष्यवाणी की थी। आदम आने वाले की छाया के रूप में कार्य करता है, इसलिए आदम और हव्वा पिता परमेश्वर और माता परमेश्वर को दर्शाते हैं(रो 5:14)। हव्वा के नाम का अर्थ “जीवन” है और उसे “सभी जीवितों की माता” कहा गया है। इसका कारण यह है कि अनंत जीवन माता परमेश्वर के द्वारा दिया जाता है, जिसे हव्वा के रूप में दर्शाया गया है।

आदम ने अपनी पत्नी का नाम हव्वा रखा, क्योंकि जितने मनुष्य जीवित हैं उन सब की आदिमाता वही हुई। उत 3:20

प्रेरित यूहन्ना ने पिता परमेश्वर और माता परमेश्वर के प्रकट होने की भी भविष्यवाणी की, जो परमेश्वर के लोगों को अनंत जीवन की आशीष देते हैं। उन्होंने इसे एक ऐसे दृश्य के रूप में दर्शाया, जिसमें आत्मा और दुल्हिन जीवन का जल प्रदान करते हैं।

आत्मा और दुल्हिन दोनों कहती हैं, “आ!” और सुननेवाला भी कहे, “आ!” जो प्यासा हो वह आए, और जो कोई चाहे वह जीवन का जल सेंतमेंत ले। प्रक 22:17

जीवन का जल देने का अधिकार केवल परमेश्वर के पास है, जो उद्धारकर्ता हैं(यिर्म 2:13; यूह 4:13-14)। आत्मा उद्धारकर्ता(स्वर्गीय पिता) हैं, जो पुत्र और पिता के समान हैं। इसी प्रकार, जीवन का जल देने वाली दुल्हिन उद्धारकर्ता(स्वर्गीय माता) हैं, न कि चर्च या परमेश्वर के लोग। जब समय आएगा, पिता परमेश्वर जो आत्मा हैं, और माता परमेश्वर जो दुल्हिन हैं, प्रकट होंगे। वे जीवन के जल के द्वारा आत्मिक रूप से प्यास से मर रही मानवजाति को पुनर्जीवित करेंगे।

समय

परमेश्वर ने शुरुआत से ही माता परमेश्वर के प्रकट होने के समय की भविष्यवाणी की थी। यदि हम छह दिन की सृष्टि के इतिहास को देखें, तो हव्वा, जो माता परमेश्वर को दर्शाती है, छठे दिन यानी अंतिम दिन प्रकट हुई। जब हम सृष्टि के छह दिनों के बाद सातवें दिन के विश्रामदिन या सात साल के चक्र में विश्रामवर्ष पर विचार करते हैं, तो सृष्टि के छठे दिन के बाद के सातवें दिन का विश्राम, परमेश्वर के छुटकारे के कार्य के बाद मिलने वाले अनंत विश्राम को दर्शाता है(इब्र 6:4-6, 2पत 3:8-13)। हव्वा, जो विश्रामदिन से ठीक पहले बनाई गई थी, यह दर्शाती है कि माता परमेश्वर, जिन्हें हव्वा के रूप में दर्शाया गया है, स्वर्ग के अनंत विश्राम के आने से ठीक पहले के युग में प्रकट होंगी।

गवाही

दूसरी बार आने वाले मसीह, जो पिता परमेश्वर हैं, इस पृथ्वी पर बाइबल की भविष्यवाणियों के अनुसार आते हैं, जैसे वह दो हजार साल पहले आए थे। उनके दूसरे आगमन के उद्देश्य में माता परमेश्वर के बारे में गवाही देना भी शामिल है(मला 4:5)।

हे यरूशलेम, मैं ने तेरी शहरपनाह पर पहरुए बैठाए हैं; वे दिन रात कभी चुप न रहेंगे। हे यहोवा को स्मरण करनेवालो, चुप न रहो, और जब तक वह यरूशलेम को स्थिर करके उसकी प्रशंसा पृथ्वी पर न फैला दे, तब तक उसे भी चैन न लेने दो। यश 62:6-7

यरूशलेम जिनकी प्रशंसा पृथ्वी पर फैलाई जाएगी, माता परमेश्वर को दर्शाती हैं(गल 4:26)। यहोवा द्वारा यरूशलेम को स्थिर करने का अर्थ है कि पिता परमेश्वर, माता परमेश्वर की गवाही देंगे। जो मेमना, अर्थात् दूसरी बार आने वाले मसीह की गवाही प्राप्त करती है, वह मेमने की पत्नी अर्थात् दुल्हिन है। प्राचीन समय में आदम ने खुद अपनी पत्नी हव्वा के बारे में गवाही दी थी।

और यहोवा परमेश्वर ने उस पसली को जो उसने आदम में से निकाली थी, स्त्री बना दिया; और उसको आदम के पास ले आया। तब आदम ने कहा, “अब यह मेरी हड्डियों में की हड्डी और मेरे मांस में का मांस है…” उत 2:22-23

आदम ने अपनी पत्नी के बारे में यह कहते हुए घोषणा की, “अब यह मेरी हड्डियों में की हड्डी और मेरे मांस में का मांस है,” और उसे “हव्वा” नाम दिया, जिसका अर्थ “जीवन” है। आदम ने अपनी पत्नी का नाम “जीवन” रखा, जो एक भविष्यवाणी को दर्शाता है कि दूसरी बार आने वाले मसीह, जीवन के स्रोत और वास्तविकता के रूप में माता परमेश्वर के बारे में घोषणा करेंगे। जैसा कि बाइबल में भविष्यवाणी की गई है, मसीह आन सांग होंग ने नियत समय पर स्वयं स्वर्गीय माता को प्रकट किया, जो मसीह की पत्नी हैं। जो लोग अंत के दिनों में प्रकट हुए स्वर्गीय पिता और स्वर्गीय माता पर विश्वास करते हैं और उनका पालन करते हैं, वे मेमने के विवाह भोज में आमंत्रित किए जाएंगे और अनंत स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करेंगे।